आज छिंदवाड़ा से नागपुर जाते हुए बांस के इस वन से जब गुजरना हुआ तो गाड़ी रोक कर इनके साथ समय बिताने से खुद को रोक नहीं पाया।।
घास और बांस दोनों ही हरे होते हैं लेकिन इन दोनों में एक गजब का अंतर होता है।।
घास बहुत जल्दी बढ़ती है और धरती को बहुत ही कम समय में हरा भरा कर देती है , लेकिन बांस का बीज जल्दी नहीं बढ़ता।
लगभग पांच साल लगते हैं बांस के बीज से एक छोटा-सा पौधा अंकुरित होने में।
घास की तुलना में यह बहुत छोटा और कमजोर होता है। लेकिन केवल 6 माह के भीतर ही यह छोटा-सा पौधा कई फीट लंबा हो जाता है।
इसका कारण यह है कि पांच सालों में इसकी जड़ इतनी मजबूत हो जाती है यह कि 100 फिट से ऊंचे बांस को संभाल सके।
बांस से हम यह सीख सकते हैं कि जब भी जीवन में संघर्ष करना पड़े तो इसका इतना सा मतलब है कि जड़ मजबूत हो रही है।
संघर्ष व्यक्तित्व को मजबूती देता है जिससे हम आने वाली सफलता की आंधी को थाम सकें उसका आनंद ले सकें।।
- MJ
16 टिप्पणियां:
Wow👌👌Sir
Wah sir ,thank u sir apne experience ko share karne k liye ,bans to hamne sabne dekhe h lekin etni paini najar se nahi.
आज आपके कुछ blogs पढ़े। बहुत ही direct, informative and motivating है। आपके videos भी मे regular देखता हूँ। मैं Law या उससे related profession से तो नही हूँ पर फिर भी जिस सरल तरीके से आप बातो को समझाते है, उससे ज्ञान और ऊर्जा दोनो मे वृद्धि होती है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद और सादर प्रणाम।
Ha ji such he sir.. ..
Mujhe to yaha Sikh ne ko mila .. Ki
Agar majbut banna he to samay to lagega hi....
Phir to Koi aandi aaye ya tufaan ukhad nhi sakta.... Thanx sir...
Wah
Thanks for giving information
Your words are really inspirational, these gives courage to fight with problems. Thank so much sir
Kya bat hai sir bas ko esi tareef ki aas hogi jaroor😆😆
Sir pranam bahut achha
Sir pranam bahut achha
Shi Kha aapney sngrsh jivn ko mjbut kr deta h...
कहनीयों के जरिए जो आप जड़ की मजबूती के ओर इसरा किया है, बहुत ही अच्छा लगा!
Sir ji aap kuch likhte kyu nahi he ab?
Reply please
Sir meri 2 baby girls hai to kya main baby boys adopte kar skta hua kya?
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