Diary Ke Panne

शनिवार, 23 सितंबर 2017

मुंबई मेरी जान ......





                एक अवार्ड फंक्शन में भाग लेने मित्र सुनील तिवारी के साथ मुंबई आया हुआ हूँ. द लीला होटल में कल एक समारोह होना है...... हम दोनों सुबह 9:20  को जेट एयरवेज की फ्लाइट से मुंबई इंटरनेशनल एअरपोर्ट पर पहुँचते हैं... मुंबई पहले भी कई बार आ चुका हूँ लेकिन इस बार का आना कुछ ख़ास है .

               "मुंबई" नाम दो शब्दों से मिलकर बना है, मुंबा या महा-अंबा और आई, "मां" को मराठी में कहते हैं. पूर्व नाम बाँम्बे या बम्बई का उद्गम सोलहवीं शताब्दी से आया है, जब पुर्तगाली लोग यहां पहले-पहल आये, व इसे कई नामों से पुकारा, जिसने अन्ततः बॉम्बे का रूप लिखित में लिया. यह नाम अभी भी पुर्तगाली प्रयोग में है. किन्तु मराठी लोग इसे मुंबई या मंबई व हिन्दी भाषी लोग इसे बम्बई ही बुलाते रहे. इसका नाम आधिकारिक रूप से सन 1995 में मुंबई बना.

                  बॉम्बे नाम मूलतः पुर्तगाली शब्द से निकला है, जिसका अर्थ है "अच्छी खाड़ी" (गुड बे). यह इस तथ्य पर आधारित है, कि बॉम का पुर्तगाली में अर्थ है अच्छा, व अंग्रेज़ी शब्द बे का निकटवर्ती पुर्तगाली शब्द है बैआ. सामान्य पुर्तगाली में गुड बे (अच्छी खाड़ी) का रूप है: बोआ बहिया, जो कि गलत शब्द बोम बहिया का शुद्ध रूप है.

                  1955 के बाद, जब बॉम्बे राज्य को पुनर्व्यवस्थित किया गया और भाषा के आधार पर इसे महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में बांटा गया तब  एक मांग उठी, कि नगर को एक स्वायत्त नगर-राज्य का दर्जा दिया जाये. हालांकि संयुक्त महाराष्ट्र समिति के आंदोलन में इसका भरपूर विरोध हुआ, व मुंबई को महाराष्ट्र की राजधानी बनाने पर जोर दिया गया. अन्ततः 1 मई, 1960 को महाराष्ट्र राज्य स्थापित हुआ, जिसकी राजधानी मुंबई को बनाया गया.

                   मुम्बई की अनुमानित जनसंख्या साढ़े तीन करोड़ है जो इसे  देश का सर्वाधिक आबादी वाला शहर बनाता है . मैंने कहीं पढ़ा था कि इसका गठन लावा निर्मित सात छोटे-छोटे द्वीपों से हुआ है एवं यह पुल द्वारा प्रमुख भू-खंड के साथ जुड़ा हुआ है. मुम्बई बन्दरगाह भारत का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है.  यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है.

                   मुंबई विश्व के सर्वोच्च दस वाणिज्यिक केन्द्रों में से एक है. भारत के अधिकांश बैंक एवं कम्पनियों  के प्रमुख कार्यालय एवं कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थान जैसे भारतीय रिज़र्व बैंक, बम्बई स्टॉक एक्स्चेंज, नेशनल स्टॉक एक्स्चेंज एवं अनेक  बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्यालय  मुम्बई में हैं. इसलिए इसे भारत की आर्थिक राजधानी भी कहते हैं. इन सबके परे मुंबई जानी जाती है बॉलीवुड के लिए.

                    मुंबई में मुझे मरीन ड्राइव लुभाती है लेकिन कभी भी मन्नत,जलसा या बॉलीवुड इंडस्ट्री देखने की इच्छा नहीं हुई जिसके लिए मुंबई जानी जाती है . शाम  सात  बजे हम सिद्धि विनायक के दर्शन करके जुहू होते हुए वापस होटल पहुँचते हैं.

कल मुंबई को और नजदीक से देखा जाएगा.....आज का दिन हमेशा की तरह  ख़ूबसूरत रहा...... दाता का करम.  

                        - मनमोहन जोशी " MJ "

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