Diary Ke Panne

रविवार, 22 जनवरी 2017

Chennai days पार्ट -2

       16- Jan -2017    

                       
    


                          गोल्डन बीच रिसोर्ट चेन्नई........सुबह के 5.30 बजे हैं....खुशनुमा सुबह .... पंछियों का कलरव , मंद मंद बहती मदहोश कर देने वाली हवा.....मझले भैया को फ़ोन लगता हूँ.... चलें क्या सूरज को उगाने .....भैया कहते हैं चल पांच मिनट में आता हूँ .... बड़े भैया को फ़ोन लगता हूँ ...कहते हैं तुम लोग पहुँचो मैं बीच पर मिलता हूँ......

                         6.00 बज गए हैं....बीच पर हम तीनों भाई हैं पानी की उठती लहरों और विशाल समंदर के साथ.... जीवन रुपी खेल में पारंगत होने का सबसे बढ़िया तरीका है अपने बड़े भाइयों के साथ समय बीताएं... इस मामले में मैं खुशकिस्मत हूँ की मेरे दो बड़े भाई हैं और दोनों ही विद्वान एवं बेहतरीन इंसान....मेरे व्यक्तित्व का जो भी उजला पक्ष है वह मेरे माता- पिता और भाइयों की देन  है... हाँ बुराइयों का कोई भागीदार नही...मैं अकेला ही उसका कारक हूँ......

                        बहरहाल गूगल बाबा  से जानकारी मिलती है कि सूरज 6.35 am को उगेगा..... सोचता हूँ क्या मुर्खता है... ब्रूनो , कोपोर्निकस, गैलेलियो
 आदि न जाने कितने ही खगोल शास्त्रियों ने अपना जीवन केवल यह बताने में खपा दिया की सूरज कहीं से नहीं निकलता न ही कहीं डूबता है...केवल पृथ्वी की गति के कारण ऐसा प्रतीत होता है...फिर भी वर्तमान समय में हम यही पढ़-पढ़ा रहे हैं की सूरज पूर्व से निकलता है और  पश्चिम में अस्त होता है...मनुष्य की मुर्खता की कोई सीमा नहीं है | अरस्तु ने ठीक ही कहा था "Folly is perennial." अर्थात मुर्खता शाश्वत है ... बुद्धिमान को ही सूर्य की रौशनी में मशाल लेकर ढूँढना होता है....

                       खैर कुछ प्रतीक्षा के  बाद सूर्य देव के दर्शन होते हैं.... मन ही मन सूर्य देव को प्रणाम करता हूँ

यही सूर्य सहस्त्रांशो तेजो राशो जगत्पते |
अनुकाम्प्याम मा भक्त्याम गृहणार्घ्य: दिवाकरः||”

                    दो Bikes मंगवा ली गई हैं thunder bird और Royal Enfield Himalayan...... संगीता नामक रेस्टोरेंट में ट्रेडिशनल तमिल फ़ूड का आनंद लेने के बाद  हम चेन्नई घुमने निकल पड़ते हैं..

                   चेन्नई बंगाल की खाड़ी पर कोरोमंडल तट  पर स्थित तमिलनाडु की राजधानी है, भारत का पाँचवा बड़ा नगर तथा तीसरा सबसे बड़ा बन्दरगाह है । इसकी जनसंख्या 43 लाख 40 हजार है। यह शहर अपनी संस्कृति एवं परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश लोगों ने 17 वीं शताब्दी में एक छोटी-सी बस्ती मद्रासपट्ट्नम का विस्तार करके इस शहर का निर्माण किया था।

                   चेन्नई में ऑटोमोबाइल, प्रौद्योगिकी, हार्डवेयर उत्पादन और स्वास्थ्य सम्बंधी उद्योग हैं। यह नगर सॉफ्टवेर व इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी सम्बंधी उत्पादों में भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक शहर है। चेन्नई एवं इसके उपनगरीय क्षेत्र में ऑटोमोबाइल उद्योग विकसित है। चेन्नई मंडल तमिलानाडु के GDP का 39% और देश के ऑटोमोटिव निर्यात में ६०% का भागीदार है। इसी कारण इसे दक्षिण एशिया का detrayat भी कहा जाता है।

                   चेन्नई दक्षिण भारत का एक प्राचीन शहर है जिसे पहले मद्रास  के नाम से जाना जाता था....मद्रास शब्द पोर्तुगाली phrase “mae de dues”  से बना है जिसका अर्थ है  “mother of God”...... कुछ विद्वानों का मानना है की यह संस्कृत शब्द मधुरस (maduras)” से बना है |1996 में इसका नाम बदल कर चेन्नई कर दिया गया......चेन्नई का सम्बन्ध थिरूवल्लूर से भी है जो एक जुलहा कवि  थे | यदि आपने कलाम साहब के भाषणों को सुना है तो आप ज़रूर इस नाम से परिचित होंगे... वे अक्सर तिरुवल्लुर की कविताएँ अपने भाषण में शामिल करते रहे थे .... Archaeological survey of India के अनुसार चेन्नई के पास पल्लावरम नमक जगह में पाषाण युग के प्रमाण मिले हैं .

                इस शहर की पहचान हैं:- 1644 में बना सेंट जोर्ज फोर्ट जो अब एक म्यूजियम का रूप ले चूका है, प्राचीनतम कपालीश्वर मंदिर, मरीना बीच, 17 वीं सदी में बना St. Mary’s angelica church और आज कल चेन्नई की पहचान है जल्ली कट्टु...2011 की जनगणना के अनुसार चेन्नई भारत का छठा सबसे बड़ा शहर है और शहरी आबादी के मामले में भारत का चौथा सबसे बड़ा शहर |

                चेन्नई के बारे में लिखने और यहाँ देखने को बहुत कुछ है... हम केवल दो दिनों के लिये यहाँ हैं ..... लगता है दस दिन भी यहाँ रहे तो कम होगा......

आज के लिए इतना ही .


                                        - मन मोहन जोशी "मन"

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