Diary Ke Panne

शुक्रवार, 20 जनवरी 2017

Chennai Days पार्ट-1

 15 Jan 2017



                         शाम 5.00  बजे हम चेन्नई के "के. कामराज" एअरपोर्ट पर जेट एयरवेज की फ्लाइट से लैंड करते हैं....इंदौर के मौसम के विपरीत यहाँ गर्मी है ... तापमान 32 डिग्री .... थोड़ी ही देर में पापा-मम्मी तथा भैया- भाभी भी दूसरी फ्लाइट  से आ जाते हैं.... ये लोग विशाखापतनम से चेन्नई पहुंचे हैं .... इंतज़ार की घड़ियाँ समाप्त ......पहली बार जोशी परिवार एक साथ है...... ख़ुशी के क्षण ....

                   कामराज एअरपोर्ट तमिलनाडु के पूर्व सी. एम. के कामराज के नाम पर है जो मीनामबक्कम , पल्लावरम और तिरुसलम तक फैला हुआ है.... ये दिल्ली , मुंबई और बेंगलुरु के बाद भारत का सबसे व्यस्ततम एअरपोर्ट है..... हम एअरपोर्ट के बाहर टैक्सी में सवार हो कर चल देते हैं गोल्डन बीच रिसोर्ट की ओर जो एअरपोर्ट से लगभग 45 की मी की दूरी पर है....

                 रास्ते में हम आड्यार चेन्नई से होकर गुजरते हैं यह नाम जाना पहचाना है... याद आता है मैंने कॉलेज के दिनो में एक पुस्तक पढ़ी थी " At the feet of the master" यह  एक पुस्तिका है जो १४ वर्ष के बालक जे. कृष्णमूर्ति को समर्पित है..... यह कृष्णमूर्ति को विश्व मसीहा के रूप में स्थापित करने का एक प्रयास मालूम पड़ता है.... अब मैं कृष्णमूर्ति के बारे में और जानना चाहता हूँ..... एक और पुस्तिका  मेरे हाथ लगती है इसका नाम है " लाइट ऑन दी पाथ" लेखिका का नाम मेबल  कॉलिंस है....एक ही बैठक में पूरी किताब पढ़ जाता हूँ....कमाल की पुस्तिका है यह.... अ मस्ट रीड बुक ............मैडम Blavatsky और थियोसोफिकल सोसाइटी ( जिसका मुख्यालय आड्यार, चेन्नई है ) के बारे में जो कुछ भी मिलता है उसे पढ़ जाता हूँ..... और  इस तरह से मेरा परिचय Aadyar  चेन्नई से होता है..... फिर कभी किसी फोरम पे theosophy के बारे में लिखा जाएगा......

                रात का खाना हो गया है....11.00 बज रहे हैं और अब डायरी बंद कर मैं सोने जा रहा हूँ...........

सुबह सूरज को उगाने जो जाना है.

                                                 - मन मोहन जोशी "मन"


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